अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी पर अमेरिका की प्रतिक्रिया
नई दिल्ली, 18 नवंबर 2024 - हाल ही में, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका के कैलिफोर्निया में हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब भारत में वांटेड अपराधी, अनमोल, कई गंभीर आपराधिक मामलों से जुड़ा हुआ है, जिसमें सलमान खान के घर पर गोलीबारी और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या शामिल है।
अमेरिकी अधिकारियों ने अनमोल बिश्नोई के अपने देश में होने की पुष्टि कुछ समय पहले ही की थी, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने उसके प्रत्यर्पण के लिए प्रस्ताव भेजा था। इस घटना के बाद, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अनमोल की गिरफ्तारी पर अमेरिकी प्रतिक्रिया को स्पष्ट करते हुए कहा, "यह मामला अंतरराष्ट्रीय कानून और प्रत्यर्पण संधि के तहत आता है। हम अपने कानूनी दायरों में रहते हुए कार्रवाई करेंगे।"
अमेरिकी अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी होमलैंड सुरक्षा विभाग (Department of Homeland Security) और फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के अधिकार क्षेत्र में आती है। उन्होंने कहा कि वे भारतीय अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं, लेकिन प्रत्यर्पण प्रक्रिया के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा। अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी जोड़ा कि प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक है कि जिस अपराध के लिए व्यक्ति को प्रत्यर्पित किया जा रहा है, वह दोनों देशों में अपराध माना जाए।
भारतीय अधिकारियों ने अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी का स्वागत किया है, और उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेज करने की मांग की जा रही है। अनमोल के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, और उसे दो मामलों में चार्जशीट दायर की गई थी। इसके अलावा अनमोल पर कई अन्य आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
इस घटना ने न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की आवश्यकता को सामने लाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि किस तरह से अपराधियों को पकड़ने के लिए देशों के बीच समन्वय कितना महत्वपूर्ण है। अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी और उसके बाद की प्रतिक्रियाएं भारत और अमेरिका के बीच कानूनी और कूटनीतिक संबंधों की ताकत को प्रतिबिंबित करती हैं।
इस घटना के बाद, भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां और भी सक्रिय हो गई हैं, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए आह्वान कर रही हैं ताकि आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके जो सीमाओं को पार कर काम करते हैं।
(स्रोत: विभिन्न समाचार एजेंसियां और वेब पोर्टल्स)